ज़िन्दगी के अफ़साने, नए-पुराने
बच्चे काम पर जा रहे हैं
बचपनविहीन बच्चों की दिनचर्या को बेेहद मार्मिक ढंग से बयान करती राजेश...
वो लोग बहुत खुशकिस्मत थे
प्यार मुहब्बत अौर काम की मसरूफियत को एक नये अंंदाज़़ में पेश...
अभिनय
मंगलेश डबराल की एक मार्मिक कविता
हिंदू या मुस्लिम
इतिहास के संंदर्भ लेते हुुए हिंदू मुुस्लिम एकता की बात करने वाली...
मास्टर जी
वरिष्ठ अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़़ में सुरेन्द्र रघुवंशी कविता मास्टर जी।
औरत
वरिष्ठ अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़़ में चंंद्रकांत देवताले बहुत महत्वपूूर्ण कविता...
इम्तहान होने वाला है
वरिष्ठ अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़़ में ब्रज श्रीवास्तव की कविता इम्तिहान
हो गयी है पीर पर्वत सी
वरिष्ठ अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़़ में दुष्यंत कुुमार की बेहद मार्मिक...
बोल के लब आज़ाद हैं तेरे
वरिष्ठ अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़़ में मशहूर शायर फ़ैज़ अहमद फैैज़...
कई दिनों तक
वरिष्ठ अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़़ में बाबा नागार्जुन की लोकप्रिय कविता...
पाश की कविता
वरिष्ठ अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता की आवाज़़ में पाश की बहुत महत्वपूूर्ण कविता...